
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। मौके पर पहुंचकर उन्होंने पाया कि कम से कम यहाँ रोड ज़मीन पर नहीं बल्कि हवा में बन रही है – उम्मीद की उड़ान में!
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न्यू बाईपास के आसपास जो ट्रैफिक का घना कुहासा रहता है, वहाँ अब सूरज की रोशनी सीधे फ्लाईओवर से मिलेगी।
जीरोमाइल-मसौढ़ी पथ: सड़क नहीं, कछुआ दौड़ है?
निरीक्षण के दूसरे पड़ाव पर जब मुख्यमंत्री जीरोमाइल-मसौढ़ी (SH-1) सड़क पर पहुँचे, तो उनका उत्साह पहले ही मोड़ पर धूल चाटता नजर आया। कछुआ चाल देख मुख्यमंत्री ने सख्त तेवर अपनाते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई और स्पष्ट निर्देश दिया कि ‘अब सिर्फ गड्ढों को नहीं, जवाबदेही को भी भरना होगा।’
पाटलिपुत्र बस टर्मिनल: “यात्री हों परेशान, हम हैं महान”
इसके बाद मुख्यमंत्री का कारवां पहुँचा पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जहाँ उन्होंने निरीक्षण के साथ-साथ यात्रियों की व्यथा-कथा भी सुनी।
“यहां टिकट काउंटर से लेकर शौचालय तक सबको अपग्रेड की ज़रूरत है — यात्रियों को लगे कि वे टर्मिनल में हैं, टॉर्च लेकर सुविधा खोजने में नहीं।”
मंत्री मंडल नहीं, “निरीक्षण मंडल” लगा लगा था
निरीक्षण में मुख्यमंत्री के साथ पूरा प्रशासनिक जमावड़ा मौजूद था:
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प्रधान सचिव दीपक कुमार
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सचिव कुमार रवि
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पटना प्रमंडल आयुक्त डॉ. चंद्रशेखर सिंह
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पथ विकास निगम के एमडी शीर्षत कपिल अशोक
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बुडको एमडी अनिमेष पराशर
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डीएम डॉ. त्यागराजन
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एसएसपी अवकाश कुमार
“इतने अधिकारी देख सड़क खुद शर्मा गई — कि अब तो सीधा बनना ही पड़ेगा।”
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